H3N2, एक नए प्रकार का वायरस भारत में फैल रहा है। यहां हम संक्रमण और अस्पताल में भर्ती होने की संभावना को कम करने के लिए विभिन्न लक्षण और निवारण के विकल्प देखेंगे।
H3N2 इन्फ्लूएंजा ए वायरस का एक उपप्रकार है और मनुष्यों में श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है। यह उपप्रकार इन्फ्लूएंजा वायरस के अन्य प्रकारों की तुलना में अधिक अस्पताल में भर्ती होने का कारण माना जाता है। H3N2 वायरस से संक्रमित अधिकांश लोग 3-5 दिनों तक बुखार और कुछ हफ्तों तक लंबी खाँसी का अनुभव करते हैं।
कौन जोखिम में है?
H3N2 वायरस किसी भी आयु वर्ग को प्रभावित कर सकता है। अधिकांश लोगों को बुखार, खाँसी और जुकाम जैसे हल्के लक्षणों का अनुभव हो सकता है। लक्षण, विशेष रूप से खाँसी, सामान्य से अधिक लंबी अवधि तक रह सकती है, मान लीजिए 3 सप्ताह, लेकिन यह गंभीर नहीं है। कुछ लोग जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, जैसे कि बच्चे और बुजुर्ग, गंभीर लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है।
H3N2 वायरस के लक्षण क्या हैं?
H3N2 के लक्षण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं।
H3N2 वायरस के सबसे आम लक्षणों में शामिल हैं-
- बुखार जो 3-5 दिनों तक रहता है
- लंबी खाँसी जो 3 सप्ताह तक रहती है
- सिर दर्द
- गला खराब होना
- ठंड लगना
- थकान
- छाती में दर्द
ये लक्षण कुछ दिनों या हफ्तों में ठीक हो जाते हैं और हल्के माने जाते हैं। आप इन लक्षणों को कम करने के लिए ओवर-द-काउंटर (ओटीसी/OTC) दवाएं ले सकते हैं, या आपका डॉक्टर कुछ ओटीसी दवाएं लिख सकता है जो आपकी उम्र और स्थिति के आधार पर आपके लिए सर्वोत्तम हैं।
गंभीर लक्षणों में शामिल हो सकते हैं-
- बहुत तेज बुखार
- साँस लेने में कठिनाई
- निर्जलीकरण/ डीहाइड्रेशन
- उल्टी करना
- ऑक्सीजन की कमी के कारण चेहरा या होंठ नीला पड़ना
इन लक्षणों को आमतौर पर गंभीर माना जाता है और अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है। इसलिए, यदि आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं तो डॉक्टर से बात करना हमेशा बेहतर होता है।
निवारण के उपाय क्या हैं?
- जब भी आप बाहर जा रहे हों तो मास्क पहनें।
- घर के अंदर रहना।
- बुखार, खाँसी, जुकाम या ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण वाले लोगों के निकट संपर्क में आने से बचें।
- खाने से पहले या अपने चेहरे को छूने से पहले अपने हाथों को साबुन और पानी से धो लें।
- यदि आप अपने हाथों को साबुन और पानी से नहीं धो सकते हैं, तो हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
- व्यक्तिगत स्वच्छता का अभ्यास करें।
- बीमार होने पर घर पर रहें और दूसरों के साथ निकट संपर्क से बचें।
भारत में वर्तमान परिदृश्य:
हाल ही में, कई लोगों को तेज बुखार और खाँसी हो रही है जो 2 सप्ताह से अधिक समय तक रह रही है। अस्पताल और क्लीनिक में आने वाले ज्यादातर लोग बुखार की शिकायत करते हैं। डॉक्टरों और विशेषज्ञों के अनुसार, यह मौसम में अचानक बदलाव और इन्फ्लुएंजा ए वायरस के एक उपप्रकार H3N2 वायरस के फैलने के कारण हो रहा है। तापमान में आए इस बदलाव के कारण ज्यादातर लोग बीमार पड़ गए हैं।
इसके अलावा, शुरुआती वसंत साइनसाइटिस, अस्थमा, एलर्जी आदि जैसी श्वसन स्थितियों वाले व्यक्तियों में लक्षणों के बिगड़ने का कारण रहा है।